आज प्रतियोगिता के इस दौर में प्रत्येक व्यक्ति सफल होना चाहता है, इस सफलता को प्राप्त करने के लिए वह किसी भी तरह की कीमत चुकाने के लिए तैयार है। अपने आप को सफल दिखाने के लिए वह आर्थिक रूप से इस तरह के काम कर बैठता है, जो उसे परेशानी में डाल देते है, अपनी भौतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वह बैंक या फिर इस तरह के और किसी माध्यम से लोन ले लेता है, जिसकी किस्त चुकाने के लिए उसे बहुत अधिक मेहनत करनी होती है। जिस कारण वह मानसिक रूप से बहुत अधिक परेशान हो जाता है, और उसे गंभीर बीमारियां घेर लेती है, आज व्यक्ति आधुनिकता की अंधी दौर में अपनी ज़िन्दगी को किस तरह से जीना है, यह बात ही भूल गया है, वह अपना कीमती समय परिवार को देने की बजाय अपने आप को समाज में आर्थिक रूप से मजबूत दिखाने का प्रयास करता रहता है। इस कारण लोगो को बाद में बहुत अधिक परेशानी उठाना पड़ती है।
अपनी जीवन शैली के अनुरूप जीवन नही जी पाता और एक ऐसा दौर आता है, जब वह अपनी गलतियों के बारे में सोचता है, और सिर्फ पछतावे के उसके हाथ कुछ नही रहता। जीवन-शैली ऐसी होना चाहिए, जिसमें व्यक्ति अपनी भौतिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-2 ही अपने परिवार को भी समय दे सकें।
एक अच्छा जीवन बिताकर एक खुशहाल ज़िंदगी जीने का प्रयास करें। समाज में सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत होने का दिखावा नही करना चाहिये। इन जरुरी बातो का ध्यान रखकर कोई भी व्यक्ति एक अच्छा, समृद्ध और खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकता है।
***धन्यवाद***
अपनी जीवन शैली के अनुरूप जीवन नही जी पाता और एक ऐसा दौर आता है, जब वह अपनी गलतियों के बारे में सोचता है, और सिर्फ पछतावे के उसके हाथ कुछ नही रहता। जीवन-शैली ऐसी होना चाहिए, जिसमें व्यक्ति अपनी भौतिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-2 ही अपने परिवार को भी समय दे सकें।
एक अच्छा जीवन बिताकर एक खुशहाल ज़िंदगी जीने का प्रयास करें। समाज में सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत होने का दिखावा नही करना चाहिये। इन जरुरी बातो का ध्यान रखकर कोई भी व्यक्ति एक अच्छा, समृद्ध और खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकता है।
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